खून की कमी (Top 10 Iron Rich Indian Foods ) दूर करने वाले 10 आयरन युक्त देसी आहार

(Top 10 Iron Rich Indian Foods )खून की कमी दूर करने वाले 10 आयरन युक्त देसी आहार

खून की कमी दूर (Top 10 Iron Rich Indian Foods ) करने वाले 10 आयरन युक्त देसी आहार

खून की कमी (एनीमिया) क्या होती है?

खून की कमी, जिसे हम एनीमिया कहते हैं, तब होती है जब शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है। यह वह तत्व है जो खून को लाल रंग देता है और शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है।

अब सवाल उठता है, आयरन की इसमें क्या भूमिका होती है?
आयरन वह खनिज है जो हीमोग्लोबिन बनाने में सबसे ज़्यादा मदद करता है। जब शरीर में आयरन नहीं होता, तब खून की कमी हो जाती है।

भारत में यह समस्या बहुत आम है क्योंकि:

  • लोग संतुलित आहार नहीं खाते

  • महिलाओं को मासिक धर्म और गर्भावस्था में अधिक आयरन की ज़रूरत होती है

  • गरीब वर्ग में पोषक तत्वों की कमी होती है

 

आयरन की कमी के लक्षण :-

आयरन हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी खनिज है। यह हीमोग्लोबिन बनाने में मदद करता है, जिससे हमारे खून में ऑक्सीजन पूरे शरीर में पहुंचती है। लेकिन जब शरीर में आयरन की कमी होती है, तो इसके कई स्पष्ट लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इन लक्षणों को पहचानना जरूरी है, ताकि समय पर इलाज किया जा सके।

तो आओ हम जानते हैं आयरन की कमी के मुख्य लक्षण, जो अक्सर अनदेखे रह जाते हैं:-

1. थकान और कमजोरी (Fatigue and Weakness)

  • सबसे पहला और आम लक्षण थकान महसूस होना है।

  • थोड़ी सी मेहनत के बाद भी व्यक्ति थक जाता है।

  • शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होती है, जिससे रोज़मर्रा के काम करने में भी मन नहीं लगता।

  • जब शरीर में ऑक्सीजन सही से नहीं पहुंचती, तो मांसपेशियाँ भी कमजोर पड़ने लगती हैं।

इसलिए, अगर आप बिना कारण थकान महसूस कर रहे हैं, तो आयरन की जांच जरूर कराएं।

2. पीली त्वचा (Pale Skin)

  • हीमोग्लोबिन की कमी के कारण त्वचा का रंग पीला या फीका पड़ने लगता है।

  • खासकर होंठ, नाखून और पलकों के अंदर की त्वचा हल्की सी पीली दिखाई देती है।

  • यह इस बात का संकेत है कि शरीर में खून की कमी हो रही है।

ध्यान देने वाली बात यह है, कि यह लक्षण बच्चों और महिलाओं में अधिक दिखाई देता है।

3. चक्कर आना (Dizziness)

  • जब मस्तिष्क तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंचती, तो चक्कर आने लगते हैं।

  • अचानक उठने या बैठने पर सिर घूमने लगता है।

  • कई बार यह लक्षण तनाव या भूख से भी जुड़ा होता है, लेकिन अगर बार-बार हो रहा है तो सतर्क रहें।

4. सांस फूलना (Shortness of Breath)

  • थोड़ा सा चलने या सीढ़ियाँ चढ़ने पर भी सांस फूल जाती है।

  • ऐसा लगता है कि सांस अंदर तक नहीं जा रही है।

  • यह इस बात का संकेत हो सकता है कि खून में ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता कम हो चुकी है।

यही वजह है कि आयरन की कमी होने पर दिल की धड़कन तेज हो जाती है।

5. बार-बार बीमार पड़ना (Frequent Illness)

  • कमजोर इम्यून सिस्टम आयरन की कमी का सीधा असर है।

  • ऐसे व्यक्ति जल्दी इंफेक्शन का शिकार हो जाते हैं।

  • सर्दी, खांसी, बुखार बार-बार होते हैं और देर से ठीक होते हैं।

साफ तौर पर कहें तो, अगर आप अकसर बीमार रहते हैं, तो आयरन लेवल जरूर जांचें।

6. बच्चों में पढ़ाई में ध्यान न लगना (Lack of Concentration in Children)

  • बच्चों में यह लक्षण खास तौर पर देखा जाता है।

  • पढ़ाई में मन नहीं लगता, याददाश्त कमजोर हो जाती है।

  • थकावट के कारण वे खेल-कूद और पढ़ाई से दूर भागते हैं।

  • स्कूल में प्रदर्शन धीरे-धीरे खराब होने लगता है।

यही वजह है कि, बढ़ते बच्चों को आयरन युक्त भारतीय खाद्य पदार्थ देना जरूरी है।

अब हम जान चुके हैं कि आयरन की कमी के लक्षण कितने गंभीर हो सकते हैं।
यदि इनमें से कोई भी लक्षण आपको या आपके बच्चों में दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं और आयरन युक्त भारतीय खाद्य पदार्थ को रोज़ाना भोजन में शामिल करें।

ध्यान रखें:

  • सही खानपान ही सबसे अच्छा इलाज है।

  • देसी उपाय अपनाकर भी एनीमिया को मात दी जा सकती है।

  • इस लेख को ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ साझा करें, ताकि हर कोई स्वस्थ रह सके।

 

आयरन क्यों जरूरी है :-

आयरन हमारे शरीर का एक ऐसा पोषक तत्व है, जिसकी जरूरत हर उम्र के व्यक्ति को होती है। चाहे बच्चा हो, महिला हो या बुजुर्ग – हर किसी को आयरन की ज़रूरत होती है। लेकिन सवाल यह है कि आयरन इतना ज़रूरी क्यों है?

तो चलिए जानते हैं, वो चार प्रमुख कारण जिनकी वजह से आयरन को अपने रोज़ के आहार में शामिल करना बहुत जरूरी है।

1. खून में हीमोग्लोबिन बनाने में मदद करता है

  • आयरन की सबसे बड़ी भूमिका हीमोग्लोबिन बनाने में होती है, जो लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है।

  • हीमोग्लोबिन ही वह तत्व है जो हमारे खून को लाल रंग देता है और पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाता है।

  • अगर शरीर में आयरन नहीं होगा, तो हीमोग्लोबिन नहीं बन पाएगा और धीरे-धीरे खून की कमी (एनीमिया) हो जाएगी।

इसलिए, आयरन युक्त भारतीय खाद्य पदार्थ जैसे पालक, चना और गुड़ को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।

2. शरीर में ऑक्सीजन पहुँचाने का काम करता है

  • जब हम सांस लेते हैं, तो फेफड़े ऑक्सीजन लेते हैं।

  • लेकिन वह ऑक्सीजन शरीर के हर हिस्से तक हीमोग्लोबिन के जरिए ही पहुंचती है, जिसमें आयरन होता है।

  • मस्तिष्क, हृदय, मांसपेशियाँ – सभी को सही से काम करने के लिए ऑक्सीजन चाहिए, और इसके बिना शरीर थकने लगता है।

यही कारण है, कि अगर शरीर में आयरन की कमी हो, तो सांस फूलने जैसी समस्या भी होने लगती है।

3. मांसपेशियों और दिमाग के लिए जरूरी

  • आयरन ना सिर्फ खून के लिए, बल्कि मांसपेशियों और दिमाग के विकास के लिए भी जरूरी है।

  • दिमाग को सक्रिय रखने और पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने के लिए आयरन जरूरी पोषक तत्व है।

  • खासतौर पर बच्चों और किशोरों को पर्याप्त आयरन लेना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह उनके मानसिक और शारीरिक विकास को प्रभावित करता है।

इसलिए, आयरन युक्त देसी भोजन जैसे मूंगफली, राजमा, और अंजीर को बच्चों के खाने में जरूर शामिल करें।

4. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक

  • आयरन की पर्याप्त मात्रा शरीर की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाती है।

  • जब शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है, तो यह वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में ज्यादा सक्षम होता है।

  • खासकर बदलते मौसम और संक्रमण के समय, आयरन शरीर को बीमारियों से बचाने में अहम भूमिका निभाता है।

यही वजह है, कि जो लोग जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं, उन्हें आयरन की जांच जरूर करानी चाहिए।

अब हम समझ ही चुके हैं कि आयरन का शरीर में क्या महत्व है। यह सिर्फ खून तक सीमित नहीं, बल्कि दिमाग, मांसपेशियों, सांस और इम्यूनिटी – हर चीज़ के लिए जरूरी है। इसलिए,

  • आयरन युक्त भारतीय खाद्य पदार्थ को अपने रोज़ के भोजन में शामिल करें।

  • बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को खास ध्यान दें।

  • देसी और सस्ते स्रोतों से भी आयरन प्राप्त किया जा सकता है।

आयरन से भरपूर 10 भारतीय खाद्य पदार्थ जो एनीमिया से लड़ने में सहायक हैं :-

अगर आप खून की कमी से परेशान हैं, तो आयरन से भरपूर भोजन को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बहुत जरूरी है। भारत में कई देसी खाद्य पदार्थ ऐसे हैं जो सस्ते भी हैं और आयरन से भरपूर भी। इनका नियमित सेवन करके आप एनीमिया जैसी समस्या से बच सकते हैं।

तो आइए जानते हैं उन 10 आयरन युक्त भारतीय खाद्य पदार्थों के बारे में, जो आपकी सेहत को सुधार सकते हैं।

1. पालक (Spinach)

  • कैसे खाएं: पालक की सब्ज़ी, पालक पराठा या सूप

  • क्यों फायदेमंद: यह सस्ता, आसानी से उपलब्ध और बहुत ही पोषक है।

  • खास बात: पालक में आयरन के साथ फाइबर और कैल्शियम भी होता है।

इसलिए, पालक को हफ्ते में कम से कम दो बार ज़रूर खाएं।

2. चना (Black Chickpeas)

  • कैसे खाएं: उबला हुआ चना, चने की चाट, चने की सब्ज़ी

  • विशेषता: आयरन के साथ प्रोटीन और फाइबर से भरपूर

यही कारण है, कि इसे बच्चों और बड़ों दोनों के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है।

3. गुड़ (Jaggery)

  • कैसे खाएं: रोटी के साथ, गुड़ की चाय

  • घरेलू उपाय: मीठे में चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें

ध्यान रखें, गुड़ शरीर को गर्मी देता है और आयरन की कमी भी दूर करता है।

4. काले तिल (Black Sesame Seeds)

  • कैसे खाएं: तिल के लड्डू, तिल की चटनी या तिल गुड़ की रोटी

  • खासियत: छोटे बच्चों के लिए भी लाभकारी

इसलिए, सर्दियों में तिल का उपयोग जरूर करें।

5. किशमिश (Raisins)

  • कैसे खाएं: रात भर भिगोकर सुबह खाली पेट

  • खासियत: मिठास के साथ-साथ आयरन भी देती है

इसका फायदा यह है, कि इसे कहीं भी और कभी भी खाया जा सकता है।

6. राजमा (Kidney Beans)

  • कैसे खाएं: राजमा चावल के रूप में

  • फायदा: स्वादिष्ट भी है और आयरन से भरपूर भी

राजमा खाने से, प्रोटीन और आयरन दोनों एक साथ मिलते हैं।

7. मूंगफली (Peanuts)

  • कैसे खाएं: भुनी हुई मूंगफली, मूंगफली की चटनी

  • खास बात: जेब पर भारी नहीं, लेकिन सेहत के लिए भारी

इसलिए, यह एक आदर्श नाश्ता बनता है।

8. बीन्स और मटर (Beans & Peas)

  • कैसे खाएं: मिक्स वेज, पुलाव, खिचड़ी

  • फायदा: आयरन के साथ फाइबर और प्रोटीन भी

मसालेदार नहीं, हल्का-फुल्का बनाकर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है।

9. ब्रोकली (Broccoli)

  • कैसे खाएं: हल्की उबली या भुनी हुई

  • खासियत: आयरन, विटामिन C और फाइबर से भरपूर

हालांकि यह थोड़ा विदेशी है, लेकिन अब भारत में आसानी से मिल जाती है।

10. अंजीर (Dry Figs)

  • कैसे खाएं: भिगोकर या सूखे मेवे की तरह

  • फायदा: बच्चों और बड़ों दोनों के लिए उपयोगी

सुबह खाली पेट खाने से, यह पाचन भी सुधारता है और खून भी बढ़ाता है।

इन सभी आयरन युक्त भारतीय खाद्य पदार्थों को आप अपने रोज़मर्रा के खाने में आसानी से शामिल कर सकते हैं। न तो ये महंगे हैं, और न ही इनको पकाना मुश्किल है।

याद रखें:

  • आयरन की कमी से होने वाली बीमारियों को भोजन से रोका जा सकता है।

  • संतुलित आहार ही असली दवाई है।

  • बच्चों और महिलाओं को आयरन देने में लापरवाही न करें।

आयरन को शरीर में अच्छे से कैसे लें? जानिए असरदार तरीके

शरीर में आयरन की कमी केवल तभी पूरी हो सकती है, जब हम उसे सही तरीके से लें। सिर्फ आयरन से भरपूर भोजन खाना काफी नहीं होता, उसे शरीर में अच्छे से अवशोषित (Absorb) करना भी जरूरी होता है।

तो चलिए जानते हैं वे आसान और असरदार तरीके, जिनसे आप अपने खाने से भरपूर आयरन प्राप्त कर सकते हैं।

1. विटामिन C से भरपूर चीज़ों के साथ आयरन लें

  • जब आप आयरन युक्त खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो उसके साथ विटामिन C भी लेना चाहिए।

  • विटामिन C शरीर को आयरन को अच्छे से सोखने (absorb करने) में मदद करता है।

क्या खाएं:

  • नींबू पानी

  • आंवला

  • संतरा

  • टमाटर

  • अमरूद

उदाहरण: अगर आप पालक या चना खा रहे हैं, तो उसके साथ नींबू का रस डाल लें या खाने के बाद एक आंवला खा लें।

2. चाय और कॉफी का सेवन भोजन के तुरंत बाद न करें

  • चाय और कॉफी में टैनिन (Tannins) होते हैं, जो आयरन के अवशोषण को रोकते हैं।

  • अगर आप आयरन युक्त भोजन के तुरंत बाद चाय पीते हैं, तो शरीर उसे पूरी तरह से उपयोग नहीं कर पाता।

इसलिए ध्यान दें:

  • भोजन के कम से कम 1 घंटे बाद ही चाय या कॉफी पिएं।

  • अगर आदत छूट नहीं रही हो, तो हर्बल चाय या नींबू पानी विकल्प हो सकता है।

3. नियमित रूप से आयरन से भरपूर खाना खाएं

  • आयरन को शरीर में बनाए रखने के लिए उसे नियमित रूप से लेना जरूरी है।

  • एक दिन आयरन खाकर छोड़ा नहीं जा सकता।

  • शरीर आयरन को स्टोर नहीं करता, इसलिए रोजाना की जरूरत होती है।

खाने में शामिल करें:

  • पालक, चना, मूंगफली

  • गुड़, किशमिश, तिल

  • राजमा, अंजीर, हरी सब्ज़ियाँ

इसका मतलब यह है, कि आपकी हर दिन की थाली में थोड़ा-थोड़ा आयरन जरूर होना चाहिए।

4. लोहे के बर्तन में खाना पकाएं

  • पुराने समय में लोग लोहे की कढ़ाही या तवा इस्तेमाल करते थे।

  • जब आप लोहे के बर्तन में खाना पकाते हैं, तो थोड़ी मात्रा में आयरन खाने में मिल जाता है।

  • यह एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है आयरन बढ़ाने का।

क्या बनाएं:

  • दाल, सब्ज़ी, खिचड़ी, पालक आदि लोहे की कढ़ाही में बनाएं।

5. आयरन सप्लिमेंट या सिरप केवल डॉक्टर की सलाह से लें

  • बहुत से लोग सीधे दवा या सिरप ले लेते हैं, जो सही तरीका नहीं है।

  • ज्यादा आयरन भी नुकसान पहुंचा सकता है।

इसलिए:

  • पहले खून की जांच कराएं

  • डॉक्टर से सलाह लें

  • सप्लिमेंट तभी लें जब अत्यधिक कमी हो

अगर आप चाहते हैं कि आपके शरीर में आयरन की कमी न हो, तो केवल आयरन वाला खाना काफी नहीं है। आपको यह भी ध्यान देना होगा कि शरीर उसे कितना अवशोषित कर पा रहा है।

याद रखें:

  • विटामिन C के साथ आयरन लें

  • चाय और कॉफी से परहेज़ करें

  • रोज़ आयरन युक्त भोजन खाएं

  • लोहे के बर्तन का उपयोग करें

  • बिना डॉक्टर की सलाह के सप्लिमेंट न लें

निष्कर्ष :-

आयरन की कमी एक ऐसी समस्या है जो गंभीर तो हो सकती है, लेकिन समय रहते पहचान ली जाए तो इसे आसानी से ठीक भी किया जा सकता है। सबसे अच्छी बात यह है कि इसके लिए महंगे सप्लिमेंट या विदेशी डाइट की जरूरत नहीं होती।

अगर आप चाहें तो बस रोज़ के खाने में छोटे-छोटे बदलाव करके, खुद को और अपने परिवार को खून की कमी जैसे खतरे से बचा सकते हैं।

इस दिशा में आप क्या कर सकते हैं:

  • रोज़ाना आयरन से भरपूर देसी खाद्य पदार्थ खाएं जैसे – चना, पालक, मूंगफली और तिल।

  • आयरन को अच्छे से सोखने के लिए विटामिन C युक्त चीज़ें जैसे नींबू या आंवला साथ लें।

  • चाय और कॉफी का सेवन खाने के तुरंत बाद न करें।

  • बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की डाइट में भी आयरन पर ध्यान दें।

यही नहीं, इन सारे उपायों को अपनाकर आप बिना ज्यादा खर्च किए, बिना किसी झंझट के स्वस्थ और मजबूत जीवन की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।

याद रखिए – बदलाव छोटा हो सकता है, लेकिन असर बड़ा होता है
अब समय है कि हम अपने खानपान को थोड़ा सा स्मार्ट बनाएं और आयरन की कमी को कहें – अलविदा।

आयरन की कमी से सम्बंधित कुछ सवाल-जवाब यानि प्रश्न (FAQ) :-

 

1. आयरन की कमी क्या होती है?

आयरन की कमी तब होती है जब शरीर में पर्याप्त आयरन नहीं होता, जिससे खून की कमी (एनीमिया) हो सकती है। इससे थकान, कमजोरी और चक्कर आना जैसी समस्याएँ होती हैं।

2. आयरन की कमी के लक्षण क्या हैं?

आयरन की कमी के प्रमुख लक्षणों में थकान, चक्कर आना, पीली त्वचा, सांस फूलना और बार-बार बीमार पड़ना शामिल हैं।

3. शरीर में आयरन की भूमिका क्या है?

आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने में मदद करता है, जो रक्त कोशिकाओं के माध्यम से शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन पहुंचाता है।

4. आयरन की कमी से कौन-कौन सी बीमारियाँ हो सकती हैं?

आयरन की कमी से एनीमिया, कमजोरी, ध्यान की कमी, मस्तिष्क की कार्यक्षमता में कमी और इम्यून सिस्टम की कमजोरी हो सकती है।

5. आयरन की कमी के कारण क्या होते हैं?

आयरन की कमी के कारण में सही आहार न लेना, रक्तस्त्राव, गर्भावस्था, अत्यधिक मासिक धर्म और खराब आहार की आदतें शामिल हैं।

6. आयरन की कमी को कैसे दूर किया जा सकता है?

आयरन की कमी को दूर करने के लिए आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें जैसे चना, पालक, गुड़, तिल और किशमिश। इसके अलावा विटामिन C से भरपूर चीज़ें भी खाएं।

7. आयरन की कमी से कैसे बचें?

आयरन की कमी से बचने के लिए रोज़ाना आयरन से भरपूर भोजन जैसे पालक, चना, मूंगफली, और तिल खाएं। साथ ही विटामिन C युक्त भोजन भी शामिल करें।

8. आयरन से भरपूर 5 भारतीय खाद्य पदार्थ कौन से हैं?

आयरन से भरपूर 5 भारतीय खाद्य पदार्थों में पालक, चना, राजमा, गुड़ और काले तिल शामिल हैं।

9. आयरन को कैसे शरीर में अच्छे से अवशोषित किया जा सकता है?

आयरन को शरीर में अच्छे से अवशोषित करने के लिए उसे विटामिन C युक्त खाद्य पदार्थों जैसे नींबू, आंवला या संतरे के साथ खाएं। चाय और कॉफी से परहेज करें।

10. आयरन की कमी से थकान क्यों होती है?

आयरन की कमी से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है, जिससे मांसपेशियों और अंगों तक ऑक्सीजन सही से नहीं पहुंच पाती, जिससे थकान और कमजोरी होती है।

11. क्या आयरन के लिए सप्लीमेंट्स जरूरी हैं?

आयरन के सप्लीमेंट्स तभी लें जब डॉक्टर की सलाह हो। आयरन की कमी को भोजन से भी दूर किया जा सकता है।

12. बच्चों को आयरन की कमी क्यों होती है?

बच्चों में आयरन की कमी मुख्य रूप से पोषक तत्वों की कमी, खराब आहार और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आयरन की कम आपूर्ति के कारण हो सकती है।

13. गर्भवती महिलाओं को आयरन की जरूरत क्यों होती है?

गर्भवती महिलाओं को आयरन की आवश्यकता होती है क्योंकि उनका शरीर बच्चे और अपने शरीर दोनों के लिए अतिरिक्त खून बना रहा होता है। यह बच्चें के विकास के लिए जरूरी है।

14. क्या चाय पीने से आयरन का अवशोषण रुकता है?

हाँ, चाय में टैनिन होता है, जो आयरन के अवशोषण को रोकता है। चाय और कॉफी को भोजन के बाद 1 घंटे तक न पिएं।

15. आयरन की कमी से बच्चों में क्या असर होता है?

आयरन की कमी से बच्चों में ध्यान की कमी, पढ़ाई में मन न लगना, चिड़चिड़ापन और विकास में कमी हो सकती है।

16. किस समय आयरन की गोली खानी चाहिए?

आयरन की गोली खाने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट या भोजन के 1 घंटे बाद होता है।

17. क्या वेजिटेरियन लोगों को आयरन की कमी होती है?

वेजिटेरियन आहार में आयरन की कमी हो सकती है क्योंकि मांसाहारी भोजन में आयरन अधिक मात्रा में होता है। लेकिन वेजिटेरियन लोग पालक, चना, और तिल जैसे आयरन से भरपूर आहार ले सकते हैं।

18. आयरन के लिए कौन से फूड्स सबसे अच्छे हैं?

आयरन के लिए सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में पालक, चना, गुड़, काले तिल, राजमा और मूंगफली शामिल हैं।

19. आयरन के बिना शरीर में क्या बदलाव होते हैं?

आयरन की कमी से शरीर में खून की कमी, कमजोरी, थकान, और तंत्रिका तंत्र में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

20. क्या आयरन को लेकर कोई घरेलू नुस्खे हैं?

आयरन बढ़ाने के लिए आप गुड़ और तिल के लड्डू बना सकते हैं, भिगोकर किशमिश खा सकते हैं, और नींबू पानी या आंवला के सेवन से आयरन को बेहतर तरीके से अवशोषित कर सकते हैं।

 

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